🎓 बीएचयू में सर्टिफिकेट कोर्स के छात्रों को नहीं मिलेंगी विश्वविद्यालय की सुविधाएं
📅 अपडेट: सितम्बर 2025 | 🏫 स्रोत: बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय (BHU)
सार : बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय (BHU) के अकादमिक परिषद ने सर्टिफिकेट और अंशकालिक डिप्लोमा पाठ्यक्रमों से जुड़ी बड़ी घोषणा की है। विश्वविद्यालय ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अब इन कोर्सों में प्रवेश लेने वाले छात्रों को नियमित छात्रों की तरह विश्वविद्यालय की सामान्य सुविधाएं नहीं मिलेंगी।
BHU ने सर्टिफिकेट कोर्स और डिप्लोमा छात्रों की सुविधाएं कीं बंद |
विस्तार :
🚫 सर्टिफिकेट छात्रों को नहीं मिलेंगी ये सुविधाएं
सर्टिफिकेट और अंशकालिक (Part-time) डिप्लोमा पाठ्यक्रमों में प्रवेश लेने वाले छात्रों को स्वास्थ्य डायरी, पुस्तकालय कार्ड, खेल-कूद, हॉस्टल और अन्य विश्वविद्यालयीय सुविधाएं प्रदान नहीं की जाएंगी। ये सुविधाएं केवल पूर्णकालिक (Full-time) डिप्लोमा पाठ्यक्रमों में नामांकित छात्रों को ही मिलेंगी।
📘 परिषद का निर्णय
BHU की अकादमिक परिषद ने यह निर्णय विश्वविद्यालय के संसाधनों और सुविधाओं के कुशल प्रबंधन को ध्यान में रखते हुए लिया है। परिषद ने कहा कि विश्वविद्यालय के सीमित संसाधनों का उपयोग केवल नियमित पाठ्यक्रमों में नामांकित छात्रों के लिए होना चाहिए।
📚 पूर्णकालिक डिप्लोमा को मिला समर्थन
परिषद ने स्पष्ट किया कि पूर्णकालिक डिप्लोमा कोर्सों में प्रवेश के लिए सभी नियम वही रहेंगे, लेकिन अंशकालिक और सर्टिफिकेट पाठ्यक्रमों को अब विश्वविद्यालय की सुविधाओं से बाहर रखा जाएगा।
🧠 विश्वविद्यालय की नई पहल: खुलेंगे नए अवसर, शुरू होंगी तीन महत्वपूर्ण योजनाएं!
विश्वविद्यालय अपने 'इंस्टिट्यूट ऑफ एमिनेंस' दर्जे के तहत वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाने जा रहा है। इन नई योजनाओं का उद्देश्य शिक्षा और अनुसंधान के स्तर को और बेहतर बनाना है। आइए जानते हैं क्या हैं मुख्य बातें:
प्रमुख योजनाएं और कार्यक्रम:
- एस.आर. रंगनाथन इंटर्नशिप: छात्रों के लिए एक नया अवसर।
- डाक्टरेट शिक्षण फेलोशिप: पीएचडी छात्रों को शिक्षण का अनुभव मिलेगा।
- अनुसंधान मेंटरशिप: संकाय सदस्यों के लिए रिसर्च को बढ़ावा देने हेतु एक विशेष कार्यक्रम।
स्वास्थ्य और चिकित्सा में बड़े बदलाव:
- बाल रोग विभाग के अंतर्गत एक नए 'नवजात विज्ञान प्रभाग' का गठन किया जाएगा, जो नवजात शिशुओं की देखभाल और अनुसंधान पर ध्यान केंद्रित करेगा।
- बाल चिकित्सा न्यूरोलॉजी विभाग में सीनियर रेजिडेंट के पद को फेलोशिप से जोड़ा जाएगा।
प्रवेश प्रक्रिया में अपडेट:
- विश्वविद्यालय के प्रवेश पोर्टल पर अब राष्ट्रीय स्तर के 'भारतीय शिक्षा बोर्ड' को भी शामिल किया जाएगा, जिससे इस बोर्ड के छात्रों के लिए प्रवेश प्रक्रिया आसान होगी।
ये सभी कदम विश्वविद्यालय को अकादमिक और अनुसंधान के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों पर ले जाने में मदद करेंगे।
🎯 विश्वविद्यालय की नई दिशा
बीएचयू प्रशासन का कहना है कि यह कदम गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और संसाधनों के संतुलित उपयोग की दिशा में उठाया गया है। विश्वविद्यालय का उद्देश्य है कि नियमित छात्रों को बेहतर सुविधाएं और सीखने का माहौल मिल सके।
📝 निष्कर्ष
बीएचयू का यह निर्णय विश्वविद्यालय की शैक्षणिक गुणवत्ता को मजबूत करने वाला कदम माना जा रहा है। अब सर्टिफिकेट और अंशकालिक कोर्स के छात्रों को सुविधाएं नहीं मिलेंगी, जबकि पूर्णकालिक कोर्स वाले छात्र विश्वविद्यालय के सभी संसाधनों का लाभ उठा सकेंगे।
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