BHU में 'गुड फॉर प्लैनेट, गुड फॉर यू' पर संगोष्ठी, दुग्ध दिवस पर वक्ताओं ने रखे विचार, कहा- मवेशियों की भारतीय नस्लों के विकास पर दें ध्यान - BHU Wale

 


काशी हिंदू विश्वविद्यालय के अटल इनक्यूबेशन सेंटर में सस्टेनेबल डेयरी द्वारा "गुड फॉर प्लैनेट, गुड फॉर यू" पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी का उद्घाटन मुख्य अतिथि प्रो. डॉ. पीके मिश्रा पूर्व कुलपति एकेटीयू लखनऊ ने महामना मालवीय की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया। इसके बाद एग्रीबिजनेस के विद्यार्थियों ने कुलगीत प्रस्तुत किया।
प्रो. डॉ. पीके मिश्रा ने जीवन के हर मोड़ पर स्थिरता के महत्व के बारे में विस्तार से बताया है। उन्होंने भारतीय डेयरी क्षेत्र के विकास के लिए मवेशियों की भारतीय नस्लों के विकास पर ध्यान देने को कहा है। डीके मौर्य ने अर्बन डेयरी की सफलता की कहानी पर चर्चा की और बीएचयू के छात्रों को सर्वश्रेष्ठ सहयोग का आश्वासन दिया। महापात्रा ने उद्योग की दिन-प्रतिदिन की प्रथाओं का ध्यान रखने के लिए विभिन्न कदमों का वर्णन किया।
संगोष्ठी में टिकाऊ डेयरी प्रथाओं और उनके लाभों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कई विषयों को शामिल किया। वक्ताओं ने डेयरी उद्योग में ग्रामीण किसान कल्याण के महत्व पर प्रकाश डाला। इसके विकास को बनाए रखने और चलाने में उनकी अभिन्न भूमिका पर जोर दिया। शिक्षा, प्रौद्योगिकी और वित्तीय संसाधनों तक पहुंच के माध्यम से किसानों को सशक्त बनाने पर चर्चा हुई।


कार्यक्रम में वैश्विक दूध उत्पादन में भारत का पर्याप्त योगदान भी एक प्रमुख फोकस था, जिसमें विशेषज्ञ इस क्षेत्र में देश की उपलब्धियों और क्षमता पर प्रकाश डाल रहे थे। हरित और अधिक टिकाऊ डेयरी उद्योग सुनिश्चित करने के लिए प्रतिभागियों ने नवीन कृषि विधियों, तकनीकी प्रगति, अपशिष्ट प्रबंधन और ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करने के बारे में चर्चा की। वोकेशनल स्टडीज के छात्रों ने टिकाऊ डेयरी के लिए विभिन्न विषयों पर मौखिक और पोस्टर प्रस्तुतियों में भाग लिया।

Source - Dainik Bhashkar