बीएससी तृतीय सेमेस्टर में पढ़ाया जाएगा नया बहुविषयक पाठ्यक्रम
काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) में अब विद्यार्थियों को एक अनोखा और रोचक विषय पढ़ने का अवसर मिलेगा। राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के तहत बीएचयू के जंतु विज्ञान विभाग में ‘पुरातत्व जंतु विज्ञान (Archaeozoology)’ विषय की शुरुआत की गई है। यह कोर्स बीएससी के तीसरे सेमेस्टर से छात्रों को पढ़ाया जाएगा और यह तीन क्रेडिट का एक मल्टीडिसिप्लिनरी पाठ्यक्रम होगा।
बीएचयू में पुरातत्व जंतु विज्ञान विषय की शुरुआत |
क्या है पुरातत्व जंतु विज्ञान?
पुरातत्व जंतु विज्ञान वह शाखा है जिसमें प्राचीन मानव सभ्यता और पशु इतिहास का अध्ययन किया जाता है। इस विषय के माध्यम से छात्र दक्षिण एशिया में प्राचीन मानव विकास, पालतू पशुओं के इतिहास और उनके वैज्ञानिक पहलुओं को समझ सकेंगे।
प्रो. ज्ञानेश्वर चौबे द्वारा डिजाइन किए गए इस कोर्स में छात्रों को जीवाश्मों, अस्थियों और प्राचीन काल के जैविक अवशेषों के माध्यम से अतीत की सभ्यताओं का अध्ययन करने का अवसर मिलेगा। इससे विद्यार्थियों को मानव और पशु विकास की नई दृष्टि से जानकारी प्राप्त होगी।
कुलपति का दृष्टिकोण
बीएचयू के कुलपति प्रो. अजीत कुमार सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय का उद्देश्य विद्यार्थियों को अतीत से जोड़ना और अनुसंधान के नए क्षेत्र प्रदान करना है। उन्होंने कहा कि विभागों के बीच सहयोग से नए विषयों का विकास संभव होगा। इस दिशा में जंतु विज्ञान विभाग ने उत्कृष्ट पहल की है।
अनुसंधान और नए अवसर
बीएचयू प्रशासन के अनुसार, इस कोर्स से छात्रों को दक्षिण एशिया में मानव और पशु इतिहास की गहरी समझ मिलेगी। यह विषय छात्रों को न केवल अकादमिक बल्कि शोध के क्षेत्र में भी नए अवसर प्रदान करेगा।
इसमें लोह युग से लेकर प्राचीन काल तक की मानव जीवनशैली, पशु संबंध और सांस्कृतिक विकास की जानकारी दी जाएगी। साथ ही, यह पाठ्यक्रम पुरातत्व, इतिहास, जीवविज्ञान और समाजशास्त्र जैसे विषयों से जुड़कर छात्रों को एक समग्र दृष्टिकोण देगा।
निष्कर्ष
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप बीएचयू का यह कदम उच्च शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण पहल है। पुरातत्व जंतु विज्ञान जैसे विषयों को शामिल करने से न केवल शोध को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि छात्र मानव सभ्यता और प्रकृति के विकास के नए पहलुओं से भी परिचित होंगे।
यह पहल BHU को एक बार फिर देश के अग्रणी शैक्षणिक संस्थानों में विशिष्ट पहचान दिलाएगी।
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