BHU MA के हिंदी की परीक्षा में पाठ्यक्रम से बाहर के आए प्रश्न फिर देखिये क्या हुआ - BHU Wale

BHU के हिंदी विभाग में एमए की परीक्षा में पाठ्यक्रम से बाहर के प्रश्न पूछे जाने पर छात्र नाराज हो गए। छात्रों ने आरोप लगाया कि परीक्षा में पांच प्रश्न पाठ्यक्रम से बाहर के आए हैं। आक्रोशित छात्रों के हंगामा करने पर पहुंची प्रॉक्टोरियल बोर्ड की टीम ने विद्यार्थियों को समझाने का प्रयत्न किया, लेकिन छात्र मानने को तैयार नहीं हुए। फिरआनन-फानन में प्रशासन को दो प्रश्नों में बदलाव करना पड़ा, तब कहीं जाकर छात्रों में गुस्सा शांत हुआ।

BHU main gate

16 march, गुरुवार को एमए हिंदी साहित्य प्रथम सत्र की परीक्षा 1.30 बजे शुरू हुई। जैसे ही प्रश्नपत्र छात्र-छात्राओं के हाथ में आए सभी छात्र भड़क उठे। पेपर में पांच प्रश्न सिलेबस से बाहर के थे। छात्रों ने कक्ष निरीक्षक से शिकायत की तो उन्होंने असमर्थता जताई। इसके बाद छात्रों ने परीक्षा कक्ष में ही हंगामा शुरू कर दिया।

MA के एक छात्र से बात करने पर बताया कि परीक्षा में तुलसीराम और चंद्रगुप्त की ऐतिहासिकता की समीक्षा से जुड़े सवाल पूछे गए थे जो पूरी तरह से सिलेबस से बाहर के हैं। छात्रों के हंगामा करने के बाद शिक्षकों ने तुलसीराम की जगह निराला और चंद्रगुप्त की जगह समुद्र गुप्त पर लिखने को कहा और इस प्रकार दो प्रश्नों को बदला गया