काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) में जियो फिजिक्स के PhD स्कॉलर का रजिस्ट्रेशन खत्म कर दिया गया है। इसको लेकर रिसर्च स्कॉलर दीपांकर घोष ने इंस्टाग्राम पर 3 वीडियो डाला है। इसमें दीपांकर ने कहा, मुझे PhD करने के साथ ही डांस और म्यूजिक का शौक था। इस कारण रिसर्च डायरेक्टर या गाइड बार-बार नचनिया और गवैया कहकर मेरी खिल्ली उड़ाते थे।
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जियो फिजिक्स डिपार्टमेंट की क्लास में दीपांकर घोष। |
PhD स्कॉलर ने कहा, वे कहते थे कि क्या करोगे तुम अपनी लाइफ में। यही सब फालतू काम करोगे। छात्र ने कहा, "मुझे गालियां दी जाती थी। इसके बाद हमारी कला का मजाक बनाने के बाद PhD ही खत्म कर दी गई। जबकि, मेरे PhD के 2 साल पूरे हो गए थे। अब मुझे कलाकार होने का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। मेरी फैमिली से मैं ही हूं, जो आर्ट को आगे लेकर जाना चाह रहा हूं। लेकिन संस्थान और सोसाइटी का रवैया बेहद दर्दनाक है।"
20 जुलाई को मिला नोटिस
दीपांकर घोष का रजिस्ट्रेशन तो पिछले साल दिसंबर महीने में ही खत्म कर दिया गया था। लेकिन यूनिवर्सिटी का नोटिस उसे 20 जुलाई को मिला है। दीपांकर ने मामले की शिकायत कुलपति से कर दी है।
इन आरोपों पर रिसर्च गाइड प्रो. उमाशंकर ने कहा, "आरोप लगाने वाला छात्र लगातार 2 महीने तक विभाग में शोध कार्य के लिए उपस्थित नहीं हुआ। मेल से पत्राचार भी हुआ, लेकिन फिर भी नहीं आया तो उसका रजिस्ट्रेशन निरस्त कर दिया गया।"
मानसिक प्रताड़ना की वजह से हुआ बीमार
रिसर्चर दीपांकर ने बताया, "शोध निदेशक और पूर्व विभागाध्यक्ष ने बिना कोई नोटिस दिए ही मेरी PhD कैंसिल कर दी। अक्टूबर 2022 तक मैं विभाग में रोजाना आता था। मानसिक तौर पर इतना प्रताड़ित किया गया कि मैं बीमार पड़ गया।
थोड़ा ब्रेक चाहता था, इसलिए घर गया। दिसंबर के अंत में, मेरी PhD कैंसिल कर दी गयी है। इसकी जानकारी मुझे 20 जुलाई को मिली। मेरे साथ हुई प्रताड़ना की शिकायत पर पूर्व विभागाध्यक्ष ने भी कोई एक्शन नहीं लिया था। ऐसे प्रोफेसर विश्वविद्यालय में रहे तो छात्रों का भविष्य ही बर्बाद करेंगे।"
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दीपांकर घोष को म्यूजिक का शौक है। |
मां बोलीं- बेटे को कमरे का दरवाजा बंद नहीं करने देते थे
दीपांकर की मां मधुमिता घोष ने रोते सिसकते हुए BHU Wale से कहा, "मेरे बेटे की हालत इतनी ज्यादा खराब थी कि कुछ समझ नहीं आता था। वह बिल्कुल पागल जैसा हो गया था। घर में उसको अपने कमरे का दरवाजा बंद नहीं करने देते थे। हमारा बच्चा अपनी जान लेने पर तुला था। हेड और गाइड ने स्थिति बेहद खराब कर दी थी। पूरा करियर बर्बाद किया ही, अब लाइफ भी बर्बाद करने पर लगे थे।"
इंस्टाग्राम पर रिसर्च स्कॉलर ने बयां किया दर्द
2020 में मैंने एग्जाम क्वालिफाई किया। BHU में इनरोल हुआ। गाइड ने काफी डिमोरलाइज किया था। मैं एक बार तो कोर्स ही छोड़कर भाग गया था। सुसाइड का ख्याल आने लगा। गाइड हर वक्त गालियां का इस्तेमाल करते थे। आखिरकार, आर्टिस्ट लोगों का मजाक क्यों उड़ाया जाता है। मेरे दादा जी थिएटर आर्टिस्ट थे।
उनको राज्यपाल की ओर से सम्मान भी मिला था। साइंस का अंत है, लेकिन आर्ट का नहीं। रिसर्च स्कॉलर ने कहा कि प्रोफेसर अपने घर का हर काम कराते थे। BHU अस्पताल में मरीज दिखाने से लेकर सब्जी लाने तक के काम में उलझा कर रखते थे। जब मेरी पहली सैलरी आई, तो प्रोफेसर से खुशी जाहिर की, इस पर उन्होंने कहा कि खैरात का पैसा दिखाकर क्या बताना चाह रहे हो। मैंने IIT गेट एग्जाम क्वालिफाई किया है। रिसर्च पेपर लिख रहा हूं। मुझे इस तरह से प्रताड़ित किया जा रहा है।
दूसरे वीडियो में कहा- दूसरों से मदद मांगने पर बनता है मजाक
पहला वीडियो देखने के बाद लोगों ने मुझसे कमेंट करके पूछा कि आपने प्रोफेसर के खिलाफ कोई एक्शन क्यों नहीं लिया। आपने किसी से सपोर्ट क्यों नहीं लिया। मैं बता दूं कि कोई नहीं आता मदद करने। आप किसी से मदद मांगों, बहुत बुरा लगता है। विज्ञान के क्षेत्र का कोई भी दोस्त सपोर्ट नहीं करता था कि मैं कला के क्षेत्र में आगे बढूं। जब जानने वाले आपको सपोर्ट नहीं करेंगे तो टीचर्स तो मजा लेंगे ही। जिंदगी यही है।
तीसरे वीडियो में कहा- 2 बार कैंसिल हुई PhD
मेरा फर्स्ट फेज ऑफ डिप्रेशन 2018 में आया था। ONGC संस्थान में प्लेसमेंट के लिए आया था। लेकिन, मेरा उसमें सिलेक्शन नहीं हुआ। मैं दो बार PhD के लिए इनरोल हुआ हूं। पहली बार में मेरा GATE का सर्टिफिकेट नहीं आया था। इसके बाद बिना सर्टिफिकेट के ही प्रोफेसर के साथ काम करने लगा।
मैंने रिश्तेदारों से कोई कर्जा नहीं लिया, फिर भी करते हैं इंटर फेयर
मेरी सोसाइटी, जहां मैं रहता हूं। मेरे रिलेटिव्स और कुछ बचपन के दोस्त मुझे क्रिटिसाइज करते हैं। आपके बच्चे सक्सेजफुल हैं तो आपको क्या दिक्कत है। आप मेरे लाइफ में क्यों झांकते हो। आपसे मैंने कर्जा-वर्जा तो नहीं लिया है। मेरे पास खुद की इनकम है। आप अपने बेटों की इनकम पर घूमो, वो ज्यादा खुशी देगा। 12th मैथ्स में 86%, BSC फिजिक्स ऑनर्स में 75.5% स्कोर और MSc में 8.75 CGPA था। हे, मेरे रिलेटिव्स आपके बच्चों से ज्यादा एजुकेशन मेरे पास है।
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