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कुलपति आवास के सामने छात्र छात्राओं का प्रदर्शन |
काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) में नेत्रहीन छात्रों का धरना फिर से शुरू हो गया है। छात्रों ने कहा कि उनको आज कुलपति से बात कराने का आश्वासन दिया गया था। इसी आश्वासन पर उन्होंने दो दिन पहले धरना खत्म किया था। मगर, आज जब छात्र वीसी आवास पहुंचे तो अधिकारियों ने कहा कि कुलपति अब अगले गुरुवार के बाद ही समय दे पाएंगे। कल वह BHU से बाहर जा रहे हैं। यह सुन छात्र फिर से भड़क उठे और वीसी आवास के सामने धरने पर बैठ गए।
लगातार महिलाओं के साथ हो रही छेडखानी
नेत्रहीन छात्र अभय ने कहा कि कैंपस में लगातार महिलाओं के साथ छेड़खानी हो रही है, जनवरी २०२३ में कुल 4 छेड़खानी के केस सामने आये हैं। छात्राओं की सुरक्षा के साथ काफी लापरवाही बरती जा रही है। यहां पर चीफ प्रॉक्टर बताते हैं कि दिव्यांग महिलाओं की सुनवाई के लिए कोई स्पेशिफिक परमानेंट कमेटी ही नहीं है। इसलिए, विश्वविद्यालय में एक ऐसी लीगल टीम बने जो कि छात्राओं का विशेष ध्यान दे। अगर ऐसा होता है तो ये बहुत सराहनिया पहल होगी, दिव्यांग छात्रा को न्याय और सभी अन्य छात्रों को पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराई जाए। पीड़िता के लिए विश्वविद्यालय वकील की व्यवस्था करे ऐसा छात्रों की मांग है
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BHU की नेत्रहीन छात्राएं आज फिर से वीसी आवास के सामने धरने पर बैठ गईं हैं। |
जमानत पर छूट गया है आरोपी
दृष्टिहीन छात्रा का आरोप है कि पुलिस अधिकारियों ने सेक्सुअल हैरेसमेंट की कड़ी धाराएं नहीं लगाईं है। इससे आरोपी जमानत पर छूट गया। छात्रा का यह भी आरोप है कि आरोपी BHU के पूर्व डीन का बेटा है। इसलिए लोग उसे बचाने का प्रयास रहे हैं। उधर, पुलिस का कहना है कि आरोपी के ऊपर जो धाराएं लगाई गईं थीं, उसमें 7 साल से कम की सजा है। इसमें नियम यह है कि आरोपी को जमानत मिल जाती है। वहीं, छात्र गिरफ्तारी से कम कुछ भी नहीं चाहते। जमानत पर छूटे आरोपी के विरोध में नेत्रहीन छात्र-छात्राओं ने 4 दिन तक BHU में लगातार धरना दिया था। इसके बाद उन्हें आश्वासन दिया गया कि प्रोटेस्ट बंद कर दें तो उन्हें कुलपति से वार्ता कराई जाएगी। वार्ता गुरुवार को होनी थी, मगर अब तक नहीं हो सकी है। इसी को लेकर छात्र फिर से धरने पर बैठ गए हैं।
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