BHU के छात्र ने लगाया दिव्यांगता टेस्ट का आरोप, छात्र ने PM से की शिकायत; कहा- सर्टिफिकेट के बावजूद कराई जा रही जांच - BHU Wale

 

छात्र संतोष त्रिपाठी ने कहा कि वह दृष्टिबाधित है। हालांकि, लोगों का कहना है कि अब वह देखने में सक्षम है।


काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के एक छात्र की दिव्यांगता की जांच होगी। शनिवार को उसे वाराणसी के दुर्गाकुंड स्थित CMO आफिस में बुलाया गया है। उसने प्रधानमंत्री और कुलपति से शिकायत की है कि उसकी दिव्यांगता पर शक किया जा रहा है। फैकल्टी ऑफ लॉ के दिव्यांग छात्र संतोष कुमार त्रिपाठी ने संकाय प्रमुख पर आरोप लगाते हुए ये बातें कहीं। कहा कि उसके दिव्यांगता का मजाक उड़ाया गया। CMO ऑफिस से फोन करके दिव्यांगता जांच के लिए बुलाया गया है। छात्र ने कहा कि उसे विश्वविद्यालय के पदाधिकारियों की ओर से मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है।

विश्वविद्यालय के लोगों ने बताया कि काफी दिनों से उसकी एक्टिविटी आंखों में खटक रही थी। काफी लोगों का कहना है कि वह स्पष्ट देख सकता है। हर आंदोलन और धरने को हवा देकर विश्वविद्यालय के पठन-पाठन पर प्रभाव डाल रहा था। 

दिव्यांगता का सर्टिफिकेट है मेरे पास
छात्र संतोष ने कहा कि उसके पास दिव्यांगता का सर्टिफिकेट है। उसने अपने पत्र में लिखा कि विधि संकाय प्रमुख मुझसे व्यक्तिगत लड़ाई पर उतर आए हैं। अब वर्तमान में मेरी विकलांगता पर अनैतिक तरीके से प्रश्न उठा रहे हैं और साथ ही मेरी दिव्यांगता का मजाक बना रहे हैं। छात्र ने पत्र में लिखा है कि मैं दृष्टिबाधित हूं। जो कि ईश्वरीय देन है। इसे कभी नकारा नहीं जा सकता।

संकाय प्रमुख द्वारा अपने पद का दुरुपयोग करके घटना के 40 दिन बाद लंका थाने में मेरे विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई गई। और अब मेरी दिव्यांगता को चैलेंज किया जा रहा है। छात्र ने प्रधानमंत्री से गुहार लगाई कि इस मामले में हस्तक्षेप करें।

Source- Dainik Bhashkar